शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी है और Suzlon Energy के शेयर भी इस गिरावट की चपेट में आ गए हैं। सोमवार, 3 मार्च को सुजलॉन का शेयर ₹50 के नीचे फिसलकर 49.43 रुपये पर बंद हुआ। हालांकि, कंपनी के लिए राहत की खबर यह है कि उसे अब तक का सबसे बड़ा कमर्शियल एंड इंडस्ट्रियल (C&I) ऑर्डर मिला है। इस ऑर्डर से कंपनी के भविष्य को लेकर निवेशकों की उम्मीदें बढ़ सकती हैं।
शेयर बाजार में Suzlon Energy की स्थिति
हाल ही में शेयर बाजार में जारी बिकवाली के कारण Suzlon Energy के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली है। यह स्टॉक 52-वीक हाई 86 रुपये से लगभग 43% टूट चुका है और इस साल की शुरुआत से ही इसमें 25% की गिरावट आई है। हालांकि, आज 4 मार्च को इस स्टॉक में 2% की तेजी भी देखी गई, जिसका कारण कंपनी को मिले नए ऑर्डर्स हैं।
कंपनी को जिंदल ग्रीन विंड 1 प्राइवेट लिमिटेड से मिला बड़ा ऑर्डर
सुजलॉन एनर्जी ने जिंदल ग्रीन विंड 1 प्राइवेट लिमिटेड से 204.75 मेगावाट का तीसरा ऑर्डर हासिल किया है। जिंदल ग्रीन विंड 1, जिंदल रिन्यूएबल की सहायक कंपनी है। इस ऑर्डर के साथ ही, सुजलॉन को JSPL के छत्तीसगढ़ और ओडिशा स्थित प्लांट्स के लिए पहले से मिले 702.45 मेगावाट के ऑर्डर के साथ, कंपनी के कुल C&I ऑर्डर्स 907.2 मेगावाट तक पहुंच गए हैं।
सुजलॉन एनर्जी का ऑर्डर बुक रिकॉर्ड स्तर पर
सुजलॉन एनर्जी के लिए यह ऑर्डर काफी अहम है, क्योंकि अब कंपनी के कुल ऑर्डर बुक में C&I कस्टमर्स की हिस्सेदारी 59% हो गई है। साथ ही, कंपनी का ऑर्डर बुक 5.9 गीगावाट के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुका है।
नई टेक्नोलॉजी से होगा पावर जनरेशन
इस ऑर्डर के तहत, सुजलॉन 65 नए S144 विंड टर्बाइन जनरेटर (WTG) की सप्लाई करेगा, जिनमें से हर एक की क्षमता 3.15 मेगावाट होगी। इसके साथ ही, कंपनी हाइब्रिड लैटिस टावर्स (HLT) भी सप्लाई करेगी, जिससे विंड एनर्जी जनरेशन में और सुधार आएगा।
ग्रीन एनर्जी लक्ष्यों को मिलेगी मजबूती
सुजलॉन एनर्जी के ये नए विंड टर्बाइन जनरेटर छत्तीसगढ़ और ओडिशा स्थित स्टील प्लांट्स के लिए बिजली उत्पादन करेंगे। इससे न सिर्फ उन प्लांट्स को सस्ती और स्थिर बिजली आपूर्ति होगी, बल्कि देश के ग्रीन एनर्जी लक्ष्यों को भी बल मिलेगा।
कंपनी का अगला लक्ष्य क्या है?
कंपनी के चीफ फाइनेंस ऑफिसर हिमांशु मोदी ने हाल ही में कहा था कि सुजलॉन अगले 18 महीनों में 5.5 गीगावाट के ऑर्डर बुक को पूरा करने की तैयारी में है। इससे निवेशकों को भी कंपनी के ग्रोथ प्लान्स पर भरोसा मिलेगा और शेयर में रिकवरी देखने को मिल सकती है।
क्या निवेशकों के लिए यह सही समय है?
हालांकि सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में हाल ही में गिरावट आई है, लेकिन कंपनी को लगातार नए ऑर्डर्स मिल रहे हैं, जिससे इसका फ्यूचर ब्राइट नजर आ रहा है। यदि कंपनी अपने ऑर्डर्स को समय पर डिलीवर कर पाती है, तो इसका असर इसके शेयर प्राइस पर भी देखने को मिल सकता है।
निष्कर्ष
सुजलॉन एनर्जी के शेयर ₹50 से नीचे गिर चुके हैं, लेकिन कंपनी को मिले बड़े ऑर्डर्स इसके भविष्य के लिए पॉजिटिव सिग्नल दे रहे हैं। यदि आप लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर हैं, तो इस स्टॉक पर नजर बनाए रखना फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, बाजार के उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखते हुए निवेश का फैसला लेना जरूरी है।
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