EPFO ने घोषित किए नए नियम: EDLI योजना में 3 महत्वपूर्ण बदलाव जो आपके लिए फायदेमंद हैं

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने हाल ही में अपनी केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) की 237वीं बैठक में कर्मचारी जमा लिंक्ड बीमा (ईडीएलआई) योजना में कुछ महत्वपूर्ण बदलावों की घोषणा की है। इन नए नियमों का मुख्य उद्देश्य उन कर्मचारियों के परिवारों को मजबूत वित्तीय सहायता प्रदान करना है, जो अपनी सेवा के दौरान असामयिक मृत्यु का शिकार हो जाते हैं। आइए जानते हैं इन बदलावों के बारे में विस्तार से।

EDLI क्या है?

EDLI योजना कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो सामाजिक सुरक्षा लाभ के रूप में कार्य करती है। इस योजना के अंतर्गत, यदि कोई ईपीएफ सदस्य अपनी नौकरी के दौरान निधन हो जाता है, तो उसके परिवार को वित्तीय सहायता दी जाती है। यह योजना खासतौर पर कर्मचारियों के परिवारों के लिए वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करती है, जो एक असामयिक दुर्घटना या बीमारी में अपना कमाऊ सदस्य खो देते हैं।

ईडीएलआई योजना में 3 प्रमुख बदलाव

ईपीएफओ द्वारा की गई घोषणा में तीन मुख्य बदलाव किए गए हैं, जो कर्मचारियों और उनके परिवारों के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकते हैं।

न्यूनतम बीमा लाभ

नए नियमों के तहत, यदि किसी कर्मचारी की सेवा के पहले वर्ष के भीतर मृत्यु हो जाती है, तो उसके परिवार को न्यूनतम 50,000 रुपये का बीमा लाभ मिलेगा। इससे पहले, सेवा के पहले साल में मृत्यु होने पर बीमा राशि का लाभ नहीं मिलता था। ईपीएफओ ने कहा है कि इस बदलाव से प्रत्येक साल सेवा में मृत्यु के 5,000 से अधिक मामलों में अधिक लाभ मिलने की संभावना है।

गैर-योगदान अवधि के बाद भी लाभ

पहले, अगर किसी कर्मचारी की मृत्यु गैर-योगदान अवधि के दौरान होती थी, तो उनके परिवार को मृत्यु लाभ का अधिकार नहीं मिलता था। लेकिन अब, यदि ईपीएफ सदस्य अपने अंतिम योगदान के छह महीने के भीतर मृत्यु हो जाता है, तो उसे ईडीएलआई लाभ प्राप्त होगा, बशर्ते उसका नाम रोल से हटाया न गया हो। इससे उन कर्मचारियों के परिवारों को भी सहायता मिलेगी, जो किसी कारणवश कुछ समय तक योगदान नहीं कर पाए थे।

सेवा निरंतरता पर विचार

पहले, नौकरी बदलने के दौरान सप्ताहांत या छुट्टियों के दौरान होने वाले छोटे अंतराल को ईडीएलआई लाभ के लिए अयोग्य माना जाता था। लेकिन अब, ईपीएफओ ने घोषणा की है कि यदि दो नौकरियों के बीच का अंतराल दो महीने तक का है, तो इसे निरंतर सेवा माना जाएगा। इस बदलाव से उन कर्मचारियों के परिवारों को अधिक लाभ मिलेगा जिनकी सेवा में नौकरी बदलने के कारण मामूली अंतराल हो जाते थे।

निष्कर्ष

इन नए बदलावों से कर्मचारी और उनके परिवार ईडीएलआई योजना से ज्यादा वित्तीय लाभ प्राप्त कर सकेंगे, खासकर असामयिक मृत्यु के मामलों में। यह कदम ईपीएफओ द्वारा कर्मचारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। यह योजना कर्मचारियों और उनके परिवारों को आर्थिक संकट से उबारने में मदद करेगी, खासकर ऐसे समय में जब उन्हें सबसे अधिक मदद की आवश्यकता होती है।

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