ACME Solar ने हाल ही में ऊर्जा क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाने की घोषणा की है। कंपनी ने 17,000 करोड़ रुपये के निवेश के साथ अपनी नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को बढ़ाने का फैसला किया है, साथ ही परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में भी प्रवेश करने की संभावनाएं तलाश रही है। आइए, इस रोमांचक यात्रा के बारे में विस्तार से जानें।
नवीकरणीय ऊर्जा में विस्तार
ACME Solar ने अपनी नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 2027 तक 5 गीगावाट तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए कंपनी 17,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। यह निवेश मुख्यतः हाइब्रिड और राउंड-द-क्लॉक (FDRE) परियोजनाओं पर केंद्रित होगा, जो निरंतर और विश्वसनीय ऊर्जा आपूर्ति सुनिश्चित करती हैं। कंपनी के सीईओ, निखिल ढींगरा, ने कहा है कि ये परियोजनाएं राजस्व और मार्जिन बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
परमाणु ऊर्जा में संभावनाएं
नवीकरणीय ऊर्जा के अलावा, ACME Solar परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में भी प्रवेश करने की संभावनाएं तलाश रही है। हालांकि ये योजनाएं अभी प्रारंभिक चरण में हैं, लेकिन कंपनी का यह कदम ऊर्जा क्षेत्र में उसकी विविधता और विस्तार की महत्वाकांक्षा को दर्शाता है। भारत सरकार द्वारा निजी क्षेत्र को परमाणु ऊर्जा में शामिल करने की पहल के बाद, ACME Solar इस दिशा में कदम बढ़ाने पर विचार कर रही है।
वर्तमान पोर्टफोलियो और भविष्य की योजनाएं
वर्तमान में, ACME Solar का कुल पोर्टफोलियो 6,970 मेगावाट है, जिसमें से 2,540 मेगावाट पहले से ही संचालन में है और 4,430 मेगावाट निर्माणाधीन हैं। कंपनी की योजना है कि 2028 तक अपनी क्षमता को तीन गुना बढ़ाकर 7 गीगावाट तक पहुंचाया जाए। यह विस्तार दो चरणों में किया जाएगा, जिसकी शुरुआत इस साल अप्रैल से होगी।
हाइब्रिड और FDRE परियोजनाओं का महत्व
हाइब्रिड और FDRE (Firm and Dispatchable Renewable Energy) परियोजनाएं ऊर्जा उत्पादन में निरंतरता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करती हैं। ये परियोजनाएं ऊर्जा भंडारण प्रणालियों के साथ एकीकृत होती हैं, जिससे हर समय ग्रीन एनर्जी की आपूर्ति संभव होती है। इससे पारंपरिक नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन में आने वाली अस्थिरता की चुनौतियों का समाधान होता है।
वित्तीय प्रदर्शन और निवेश
ACME Solar ने हाल ही में राजस्थान के जैसलमेर में 1,200 मेगावाट की इंटर-स्टेट ट्रांसमिशन सिस्टम से जुड़ी परियोजना में लगभग 4,400 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इसके अलावा, कंपनी ने 2,070 करोड़ रुपये का नेट डेट कम किया है और 1,700 मेगावाट की निर्माणाधीन हाइब्रिड और FDRE परियोजनाओं के लिए 16,500 करोड़ रुपये का अतिरिक्त कर्ज सुरक्षित किया है।
Conclusion- ACME Solar
ACME Solar का यह बड़ा निवेश और परमाणु ऊर्जा में प्रवेश की योजना न केवल कंपनी की वृद्धि को दर्शाती है, बल्कि भारत के ऊर्जा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन की ओर संकेत करती है। यह कदम देश की ऊर्जा सुरक्षा और सतत विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायक सिद्ध होगा।
Read more: