IRB Infra की गाड़ी चौथे गियर में, टोल कलेक्शन ने ₹529 करोड़ का रिकॉर्ड तोड़ा

भारत की अग्रणी अवसंरचना कंपनी, IRB Infrastructure, ने फरवरी 2025 में अपने टोल राजस्व में 18% की प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की है, जिससे यह ₹529 करोड़ तक पहुंच गया है। यह वृद्धि न केवल कंपनी की मजबूती को दर्शाती है, बल्कि देश की अवसंरचना विकास में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका को भी उजागर करती है।

टोल कलेक्शन ने ₹529 करोड़ का रिकॉर्ड तोड़ा

IRB इंफ्रास्ट्रक्चर की 17 टोल परियोजनाओं में से, महाराष्ट्र में स्थित IRB एमपी एक्सप्रेसवे ने फरवरी में सबसे अधिक ₹140.9 करोड़ का योगदान दिया। इसके बाद IRB अहमदाबाद-वडोदरा सुपर एक्सप्रेस टोलवे ने ₹63.9 करोड़ का योगदान दिया। इन प्रमुख परियोजनाओं के उत्कृष्ट प्रदर्शन ने कंपनी के कुल राजस्व में महत्वपूर्ण वृद्धि सुनिश्चित की है

दैनिक टोल संग्रह में वृद्धि

पिछले वर्ष की तुलना में, फरवरी 2025 में दैनिक टोल संग्रह ₹16 करोड़ से बढ़कर ₹19 करोड़ हो गया है। यह वृद्धि सड़क यातायात में बढ़ोतरी और कंपनी की प्रभावी संचालन रणनीतियों का परिणाम है।

IRB Infra की स्थिति और भविष्य की संभावनाएँ

IRB Infra भारत की पहली एकीकृत अवसंरचना कंपनी है, जो 12 राज्यों में ₹80,000 करोड़ से अधिक की परिसंपत्तियों के साथ देश की सबसे बड़ी निजी टोल रोड और राजमार्ग अवसंरचना डेवलपर है। कंपनी के डिप्टी सीईओ, अमिताभ मुरारका, ने कहा कि बजट में परिवहन अवसंरचना, पर्यटन और खपत-आधारित क्षेत्रों के लिए आवंटन से टोल राजस्व में और वृद्धि की उम्मीद है, जिससे यातायात में वृद्धि होगी।

IRB इंफ्रास्ट्रक्चर की फरवरी 2025 में टोल राजस्व में 18% की वृद्धि कंपनी की मजबूत प्रबंधन क्षमता और भारत की बढ़ती अवसंरचना आवश्यकताओं को पूरा करने की उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। भविष्य में, कंपनी की रणनीतियाँ और सरकारी नीतियाँ मिलकर अवसंरचना क्षेत्र में और प्रगति लाने में सहायक होंगी।

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