MRF शेयर का बड़ा झटका! 44,000 रुपये की गिरावट के बाद भी बना है लखटकिया – MRF Share Market

शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव कोई नई बात नहीं है, लेकिन जब बात एमआरएफ (MRF Share Market) जैसी प्रतिष्ठित कंपनी की हो, तो निवेशकों का ध्यान स्वाभाविक रूप से आकर्षित होता है। पिछले एक साल में एमआरएफ के शेयर मूल्य में 44,000 रुपये से अधिक की गिरावट आई है, फिर भी यह अब भी ‘लखटकिया’ शेयर बना हुआ है। आइए, इस सफर को विस्तार से समझते हैं।

एमआरएफ के शेयर मूल्य में गिरावट: MRF Share Market

5 मार्च 2024 को एमआरएफ का शेयर मूल्य 1,47,000 रुपये था। वहीं, 4 मार्च 2025 को यह घटकर 1,02,626.85 रुपये पर आ गया। इस प्रकार, एक साल में शेयर मूल्य में 44,373.15 रुपये की कमी आई है। पिछले एक महीने में ही शेयर में करीब 11% की गिरावट दर्ज की गई है, जो लगभग 12,243 रुपये के बराबर है।

गिरावट के बावजूद ‘लखटकिया’ का दर्जा कायम

हालांकि शेयर मूल्य में significant गिरावट आई है, एमआरएफ अब भी ‘लखटकिया’ शेयर बना हुआ है, यानी इसका मूल्य 1 लाख रुपये से अधिक है। यह स्थिति निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है, जो कंपनी की स्थिरता और बाजार में उसकी प्रतिष्ठा को दर्शाता है।

गिरावट के संभावित कारण

एमआरएफ के शेयर मूल्य में गिरावट के पीछे कई कारक हो सकते हैं:

  • ऑटोमोबाइल सेक्टर में मंदी: पिछले कुछ समय से ऑटोमोबाइल सेक्टर दबाव में है, जिससे टायर निर्माताओं पर भी असर पड़ा है।
  • शेयर बाजार में गिरावट: पिछले 4-5 महीनों से भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी है, जिसका प्रभाव एमआरएफ के शेयरों पर भी पड़ा है।

लंबी अवधि में एमआरएफ का प्रदर्शन

शॉर्ट-टर्म गिरावट के बावजूद, एमआरएफ ने लंबी अवधि में निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया है:

  • पिछले 5 सालों में: कंपनी के शेयरों में 54% से अधिक की वृद्धि हुई है।
  • पिछले 2 सालों में: शेयर मूल्य में 19% की वृद्धि दर्ज की गई है।

निवेशकों के लिए संदेश

शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव सामान्य हैं, और एमआरएफ जैसी मजबूत फंडामेंटल वाली कंपनियां लंबी अवधि में स्थिरता प्रदान करती हैं। निवेशकों को चाहिए कि वे अल्पकालिक उतार-चढ़ाव से प्रभावित न होकर, दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाएं और सूचित निर्णय लें।

44,000 रुपये की गिरावट के बावजूद, एमआरएफ का ‘लखटकिया’ दर्जा यह दर्शाता है कि कंपनी की बाजार में मजबूत पकड़ है। निवेशकों के लिए यह समय है कि वे बाजार की मौजूदा परिस्थितियों को समझें और सोच-समझकर निवेश संबंधी फैसले लें।

Read More:

Leave a Comment

Join WhatsApp